अंधेरी कोठरी का रहस्य - भाग 6

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अब तक..... रागिनी ने अपनी दादी दिव्या की अधूरी तांत्रिक साधना की सच्चाई जानी। उसे बताया गया कि अगर वो सत्य का मार्ग चुनती है, तो उसे हवेली के सबसे भीतर बने प्राचीन मंदिर तक पहुँचना होगा और भैरव नाथ की मूर्ति को तोड़ना होगा। लेकिन अब हवेली उसके नियंत्रण में नहीं है, क्योंकि भैरव नाथ जाग चुका है…     आगे.... वर्तमान – रात 3:03 AM, हवेली का तहखाना   रागिनी घुटनों के बल बैठी थी। उसके हाथ में वही पुरानी लाल किताब थी – रक्त की किताब।   किताब के कवर पर अजीब भाषा में कुछ लिखा था