"काले आदमी ने ज़मीन पर कोड़ा मारते हुए कहा। लेकिन जोसफ़ अपनी जगह से हिला तक नहीं। इमरान ने उसकी तरफ़ ध्यान दिए बिना फिर भीड़ को संबोधित किया। "अब देखो, वह मेरी उंगलियों पर कैसे है।"नहीं!वह यूसुफ़ की तरफ़ मुड़ा... और उड़िया अंदाज़ में हाथ हिलाते हुए उर्दू में ऐसे बुदबुदाने लगा जैसे कोई जादू पढ़ रहा हो। "अरे यूसुफ़ के बेटे, ऐसा न लगे कि तू मुझे जानता है, आँखें बंद करके झूल जा और फिर पेड़ से गिरकर बेहोश हो जा, वरना मैं तेरी खाल उधेड़ दूँगा।"अरे, अबीसीनियाई उस पर वार क्यों नहीं करता? चीनी चाँद की