"वो पहला इश्क़… जो अधूरा रह गया"कहते हैं ज़िंदगी में पहला प्यार कभी नहीं भूलता… वो मासूम सी फीलिंग, वो धड़कनों की रफ़्तार और वो इंतज़ार। मेरी भी एक कहानी है—एक ऐसी कहानी, जो आज तक मेरी यादों में जिंदा है।साल 2017… क्लास 11 का पहला दिन।मैं क्लासरूम में अपनी सीट पर बैठा था। तभी दरवाज़ा खुला और वो अंदर आई… आव्या।सफेद शर्ट, नीली स्कर्ट, बालों में नीले रिबन और चेहरे पर मासूम मुस्कान।उस पल मुझे लगा जैसे सब रुक गया हो।टीचर ने कहा—"आव्या, तुम वहीं बैठो… आर्यन के बगल में।"और वो मेरे पास बैठ गई।मेरे दिल की धड़कनें इतनी