("मेरा प्यार" – जिसे उसने ठुकरा दिया, पर मैं अब भी उससे प्यार करता हूँ...)भूमिकाये कहानी है उस गरीब लड़के की, जिसे दुनिया ने कमज़ोर समझा, लेकिन उसके इरादे कभी कमजोर नहीं हुए। और उस अमीर लड़की की, जो किसी ज़माने में उसकी पूरी दुनिया थी। कहानी है प्यार, ठोकर, संघर्ष और सफलता की — एक लड़का जो "बिकाश" से "IAS अधिकारी" बना, लेकिन जिसे आज भी उसका अधूरा प्यार याद आता है।भाग 1: शुरुआत – दो दुनिया, एक स्कूलबिकाश एक छोटे से गांव का लड़का था। उसके पिता एक राजमिस्त्री थे और मां खेतों में मजदूरी करती थी। घर https://gupshupkahani.blogspot.com/