शून्य - एपिसोड 1

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 "शून्य" — एपिसोड 1: वह लड़की जो मरकर मुस्कुराई थी**बारिश की ठंडी बूँदें ज़मीन से टकरा रही हैं।ऊँचाई पर बना अपार्टमेंट, और उसके बालकनी में —**काव्या मलिक**, एक हाथ में शराब का ग्लास, दूसरे हाथ में सिगरेट।वो गहरे नीले सैटिन नाईटी में, गीले बालों के साथ खड़ी है। उसके चेहरे पर तृप्ति नहीं, बस बेचैनी।**काव्या (वॉयस ओवर):**“Desire… जब रूह तक पहुंचती है, तो शरीर बस एक रास्ता बन जाता है…”अचानक पड़ोसी फ्लैट 4B से एक जोरदार **सिसकी** और फिर **चीख**।काव्या का दिल एकदम से धड़क उठता है।दरवाज़ा तोड़ा जाता है।**ACP अर्जुन राणा** अंदर घुसता है —भारी बरसाती जैकेट, गले में