नींद में चलती कहानी... - 2

 नींद में चलती कहानी.....   रचना: बाबुल हक अंसारीगांव के उत्तर दिशा में एक पुरानी हवेली थी, जिसे लोग “सन्नाटे वाली कोठी” कहते थे। बरसों से वीरान पड़ी उस हवेली के चारों ओर झाड़ियाँ उग आई थीं, और रात होते ही वहां से अजीब सी सीटी जैसी आवाजें आती थीं। गांववाले बच्चों को वहां खेलने से मना करते थे, मगर गांव का एक लड़का था — सुधीर, जिसे इन बातों से कोई डर नहीं लगता था। वो सीधा था, पढ़ाई में सामान्य, और अक्सर चुप रहने वाला। पर पिछले कुछ दिनों से उसमें अजीब बदलाव दिखने लगा था।सुधीर अब रातों को