अर्जुन आगे बोलता है:"और अब उनकी चील की नज़र है इस पार्टी पर।"अगस्त्य:"स्ट्रिक्ट सिक्योरिटी रखो, इस पार्टी से कोई न्यूज़ नहीं मिलनी चाहिए उन्हें।"अर्जुन:"जी भाई... आप थोड़ा शांत रहना प्लीज़..."अगस्त्य:"तुम मुझे शांत क्यों करते हो, मैं बस एक्शन का रिएक्शन देता हूं।"---बस शाम होने को है...रात्रि अपने घर पर तैयार हो रही है, और उसके दिमाग में वही अगस्त्य की बातें घूम रही हैं।रात्रि (खुद को आईने में देखते हुए):"क्या मैं इतनी बुरी दिखती हूं, जो वो मुझे इतना कुछ बोल गया?तो ठीक है, आज उसका ये भ्रम भी तोड़ दूंगी मैं।"---पार्टी शुरू हो रही है... धीरे-धीरे गेस्ट आने शुरू