उसने वन बाय वन वो पेपर्स देखे...(जैसे कोई बाप अपनी बेटी की लिए रिश्ता देख रहा हो)अगस्त्य ध्यान से सारे पेपर्स देखते हुए:"ये सब तो ठीक ही लग रहे हैं, कोई फ्रॉड भी नहीं है, और पैसा भी अच्छा-खासा है... रात्रि को कोई दिक्कत नहीं होगी।"फिर उसने आगे देखा और बोला:"इसकी कितनी गर्लफ्रेंड रह चुकी हैं?"फिर वो फोन साइड करके सोचने लगा:"कहीं ये रात्रि को भी तो नहीं छोड़ देगा..."अगस्त्य ने सारे डॉक्यूमेंट्स देखे...अगस्त्य:"ये सब तो ठीक है, पर ये क्या है...?"उसने थोड़ा ज़ूम इन किया तो पता चला कि ये तो ड्राइविंग लाइसेंस है।अगस्त्य का फोन बजा:वेदिका:"सर, गेस्ट पहुँच