इश्क और अश्क - 23

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चारों तरफ सितारों वाली लाइट, फूलों और प्रणाली की पेंटिंग से भरा वो कमरा, फूल उसकी राहों में... एक टेबल।एवी: मैं चाहता हूं जितना प्यार मैं तुमसे करता हूं, उतना ही तुम भी करो।रात्रि मुस्कुराई: तुम मेरी जिंदगी की वो पहेली थे जिसे सुलझाने के लिए मैं किसी भी हद तक जा सकती थी और अब वो पहेली सुलझ गई है, तो इसके आगे मैं कुछ नहीं चाहती।एवी: क्या तुम मेरी गर्लफ्रेंड बनोगी?रात्रि को कुछ समझ नहीं आया...एवी: इतना परेशान मत हो, सोच कर जवाब देना। मैं वेट करूंगा।रात्रि सोचने लगी: कहाँ मिलेगा इतना समझने वाला पार्टनर... उसने अपनी आंखें