इश्क और अश्क - 22

तभी किसी ने दूर नॉक किया।एक नौकर ने डोर ओपन किया...एवी बिना किसी परमिशन के अंदर आ गया।रात्रि शॉक्ड हो गई एवी को यहां देखकर।उसे लगा कि एवी और अगस्त्य फिर न लड़ें।उसने एवी को रास्ते में रोका और बोली:रात्रि: एवी, तुम यहां कैसे???एवी (गुस्से में): वो सब छोड़ो... तुम ये बताओ, इसने तुम्हें यहां क्यों बुलाया?रात्रि कुछ बोलती उससे पहले ही अगस्त्य बोल पड़ा:अगस्त्य: मैंने नहीं बुलाया इसे, इसका मुझसे मिलने का मन हुआ तो आ गई... तुझे क्यों दिक्कत हो रही है?एवी (गुस्से में): दिक्कत तो अब तुझे होगी...!वो आगे बढ़ने लगा।रात्रि ने उसे रोक लिया और बोली:रात्रि: