अदृश्य दोस्त

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अदृश्य दोस्त रवि एक छोटे से गाँव का सीधा-सादा लड़का था। उसकी दुनिया में ज्यादा कुछ खास नहीं था। गरीब परिवार, टूटा-फूटा घर और रोज़मर्रा की कठिनाइयाँ—यही उसकी जिंदगी थी। मगर रवि के पास एक अनोखी चीज़ थी—उसकी कल्पना।रवि अक्सर अकेला बैठा करता और खुद से बातें किया करता। एक दिन जब वह स्कूल से लौट रहा था, तो उसे रास्ते में एक अजीब सी चमकती हुई किताब दिखी। उसने किताब उठाई और घर ले आया। जैसे ही उसने किताब खोली, उसमें से नीली रोशनी निकली और एक छोटी सी चमकदार आकृति उसके सामने आकर हवा में तैरने लगी।आकृति