सहारनपुर और उत्तरकाशी से पटेल नगर तक का सफरसहारनपुर की सुबह कुछ खास नहीं थी उस दिन। वही हलकी-हलकी धूप, गलियों मैं चाय के भगोने की आवाजें, कहीं दूर से आती मस्जिद की अज़ान, और घरों की दीवारों से टकराते हुए "इम्तिहान के दिन नज़दीक हैं' जैसी आवाज़े। मगर एक कमरा था मोहल्ला कुतुबशेर में, जिसकी दीवारें उस रोज़ कुछ अलग महसूस कर रही थीं। वो कमरा जिसमें बैठा था- दानिश खान।दोपहर की ट्रेन पकड़नी थी दिल्ली के लिए, क्योंकि UPSC की तैयारी के लिए पटेल नगर जाना था जहां उसके ख्वाब का पहला ठिकाना था। माँ ने बैग में