कभी यादों में आओ ️ ( मुक्ति)************नंदिता स्टुडियो से बाहर निकल एसिपि को किसी का कॉल आया । नंबर अननोन था तो उसने उठाया नहीं ! लेकिन फिर बार बार आने लगा तो उसने चिढ़ कर उठा ही लिया । सामने फोन पर सानवी थी और उसे एसिपि से मिलना था । एसिपि ने ' हम्म ' कह कर फ़ोन रख दिया ।थोड़ी देर बाद वो सानवी के बताए पते पर पहुंच गया । वो एक छोटा सा घर था सफेद रंग में रंगा । एसिपि अंदर चला गया । घर सिर्फ बाहर से सफेद था बाकि अंदर से ग्रे था