वो बरसात की रात

  • 519
  • 165

      *** वो बरसात कि रात ...! ***वो‌ अपने कमरे कि खिड़की पर खड़ी थी । उसके हाथ में एक चाय का कप था और वो बड़ी तल्लीनता से खिड़की से बाहर देख रही थी । रात का समय था और आसमान में काले बादल नजर आ रहे थे जो इस काली रात को और भी काला बना रहे थे । वो वहां खड़ी बारिश होने का इंतजार कर रही थी । तभी हल्की-हल्की बौछारें शुरू हो गई ! पानी कि कुछ बुंदे उसके चेहरे पर भी आ रही थी । साथ ही ये बुंदे उसके पास ही रखी