बंधन (उलझे रिश्तों का) - भाग 46

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क्योंकि वह इस शहर में अकेली रहती थी और ऊपर से उनका कोई दोस्त भी नहीं है जो उन्हें इतनी रात को परेशान करें।जिसकी वजह से वह दरवाजा नहीं खोलती है और अंदर से ही डरते हुए पूछती है कौन है इतनी रात को दरवाजा क्यों खटखटा रहे हो? लेकिन उन्हें कोई भी जवाब नहीं आता है।फिर से दरवाजा खटखटाना की आवाज आती है तो इस बार वह हाल में पड़े हुए अपने झाड़ू को उठाती है ,और धीरे-धीरे से दरवाजे के पास जाती है और एक बार फिर से पूछती है... कि कौन है? इस बार भी कोई आवाज नहीं