बंधन (उलझे रिश्तों का) - भाग 45

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जैसे ही डॉक्टर रोली उसे शख्स को देखती हैं तो एक राहत की सांस लेती है ,क्योंकि यह शख्स उनका पुराना पेशेंट होता है।खुशी जी ,अंकिता जी की बातें सुनकर संवि के वार्ड में आने की बजाय वहां से कहीं जाती है और किसी को कॉल लगाकर कुछ बोलती है और उसके बाद कॉल कट कर कर वह बच्चों के वार्ड में आ जाती है।उन्हें वहां देखकर बच्चे खुश हो जाते हैं। कार्तिक शिवाय और दुर्गा  एक कमरे में दुर्गा और कार्तिक डॉक्टर रोली को लेकर परेशान होते हैं, और बहकी बहकी बातें करने लगते हैं। जिसे सुनकर शिवाय उन दोनों पर चिल्लाता है।