बंधन (उलझे रिश्तों का) - भाग 42

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चैप्टर 42जैसे ही वीरा  यह बताती है कि राम जी और सिद्धार्थ जी का एक्सीडेंट हो गया है,तो आरोही और तरुण के पैरों तले जमीन खिसक जाती है। अभी तरुण और आरोही वीर से ऑपरेशन थिएटर का रास्ता पूछ कर वहां से एकदम भाग कर चले जाते हैं। उनके जाते ही वहां पर कार्तिक की मां संजना जी आती है क्योंकि वह शहर की नहीं- बल्कि पूरे देश की बेस्ट चाइल्ड डॉक्टर थी। वह जल्दी से वार्ड के अंदर जाती है। और संन्नवि का इलाज शुरू कर देती है। बाहर वनराज, शिवाय  रुचिता, इशिता जी खड़े थे।कौरव और आर्य दोनों बेंच पर बैठे हुए थे। कुछ