जलता इश्क

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कियारा, कियारा कहां हो ? अभी के अभी नीचे आओ। तुम्हें सुनाई नहीं दे रहा है क्या ?उस महल जैसी हवेली के बीच यह आवाज ऐसी गूंज रहे थे कि मानो वह आवाज किसी हवेली में नहीं बल्कि किसी पहाड़ों के बीच गूंज रही हो जो कि वापस भी गूंज कर आ रही हो।। वही यह तेज और गुर्राहट भरी आवाज सुनकर बिस्तर पर सो रही कियारा अचानक से उठकर बैठ गई और उसका पूरा शरीर कांप रहा था, और उसकी आंखें पूरी तरीके से लाल हो रही थी! उसे लगा कि मानो वह कोई सपना देख रही हो लेकिन