हमराज - 11

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फिर बादल ने लीखा, " सच में ज़ेबा वह शख्स आपका कोई नहीं है. तो फिर क्या ऐसी मज़बूरी आन पड़ी आप पर जो आपको इसके साथ रहना पड़ रहा है." ज़ेबा ने लीखा, " यह एक बड़ी लंबी दास्तान हैं हम धरे धीरे आपको सब बतायेंगे लेकीन आप यह बात याद रखना के आप हमें कभी भी फोन नहीं करेंगे. हम देनों को जब भी बात करनी होगी तब हम मेसेज के जरिये से बात करेंगे, अच्छा हम बाद में बात करेंगे उस शख्स के आने का वक्त हो गया है." फिर एकदूसरे ने बाय कहकर अपनी बाते बंद