अनदेखा प्यार – एपिसोड 4"मुनावर का राज़---प्रारंभिक दृश्य: टूटे रिश्तों की परछाईशाम ढल चुकी थी। शहर की सड़कें पीली लाइटों में चमक रही थीं, लेकिन फैजल के मन में अब भी एक धुंध सी छाई थी।नाज़ से कुछ दूरी बनाए वो अब खुद से लड़ रहा था।वो जानता था कि मुनावर अब फिर नज़दीक आ रहा है — और ये नज़दीकी उसकी और नाज़ की कहानी को उलझा सकती है।दूसरी तरफ, नाज़...अब भी सोच रही थी — मुनावर जो इतने साल बाद अचानक सामने आया है, क्या वाकई बदल गया है?या अब भी वही है जो एक बार भरोसा