महाशक्ति – एपिसोड 48"संधि, दूत और बलिदान की आहट"---️ प्रारंभ – एक शर्त जो युद्ध को रोक सकती थी…शाम के नीले आकाश मेंएक अदृश्य पक्षी उड़ता हुआ आया,और एक संदेश गिराया अर्जुन और अनाया के समक्ष।वह छाया की ओर से था।> "हम अब सीधा युद्ध नहीं चाहते।अगर तुम हमारे अंतिम दूत से बात कर सको,और उसकी आत्मा को छू सको,तो हम हमेशा के लिए लुप्त हो जाएँगे।पर शर्त यह है —तुम्हारे चार में से एक को अंतिम बलिदान देना होगा।"अर्जुन ने अनाया की ओर देखा।ओजस ने माँ की उंगलियाँ थामीं।शल्या एकटक आकाश की ओर देख रही थी।किसी ने कुछ