महाशक्ति – एपिसोड 47"वापसी और अधूरे उत्तर"--- प्रस्तावना – जहाँ यात्रा शुरू हुई थी, वहीं लौटना ही सच्चा परिवर्तन है…यक्षगुरु ने अपनी करुणा से आशीर्वाद देते हुए कहा:> "तुमने सात कुलों की यात्रा की…लेकिन अब वक्त है लौटने का —वहाँ, जहाँ से तुम निकले थे।तुम्हारी जीत वहाँ नहीं,बल्कि अपने लोगों के बीच सिद्ध होगी।"चारों — अर्जुन, अनाया, ओजस और शल्या —अब अपनी-अपनी भूमि की ओर रवाना हो गए।लेकिन रास्ता अब वैसा नहीं रहा।हर दिशा में अब छाया की एक अंतिम चाल प्रतीक्षा कर रही थी…--- अर्जुन की भूमि – अधूरा युद्धअर्जुन जब अपने नगर में लौटा,तो द्वार पर ही