महाशक्ति - 40

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महाशक्ति – एपिसोड 40"राक्षसी प्रेम और आत्म-द्वंद्व"--- प्रस्तावना – अग्निपथ की ओरदेवकुल की चेतना पार करने के बादअब अर्जुन, अनाया और ओजसचले हैं उस धरती पर —जहाँ शक्ति सिर्फ संहार है,और प्रेम… एक कमजोरी माना जाता है।अब बारी थी राक्षसकुल की —जहाँ हर कोई अपने भीतर छिपा है,लेकिन कोई भी अपने भीतर झाँकना नहीं चाहता।--- राक्षसकुल का प्रवेश – रक्तपथ का पहला कदमतीनों अग्निपथ पर चल रहे थे —एक जली हुई धरती, जहाँ पेड़ राख में बदल चुके थेऔर आकाश लाल था, जैसे हर साँझ कोई युद्ध देख चुका हो।वहाँ उन्हें रोकने आया एक रक्षक —"कूर्म दैत्य",जिसने कहा:> "राक्षसों