महाशक्ति - 38

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महाशक्ति – एपिसोड 38"पाप का दर्पण और अंधकार का आमंत्रण"--- प्रारंभ – तीसरे कुल की ओरगंधर्व लोक की परीक्षा के बाद अर्जुन, अनाया और ओजस अब आगे बढ़ रहे थे —इस बार की यात्रा थी सबसे कठिन,क्योंकि वे बढ़ रहे थे असुर लोक की ओर —जहाँ न सिर्फ अंधकार, बल्कि अपने ही भीतर छुपे हुए पापों का दर्पण उनका इंतज़ार कर रहा था।गुरुजी ने स्पष्ट चेताया था:> "असुर लोक में शत्रु बाहर नहीं, भीतर छुपा होता है।वहाँ तुम्हारा अतीत ही तुम्हारा सबसे बड़ा युद्ध बनेगा।"---️ प्रवेश – भूलोक से नीचे की ओरतीनों अब धरती से नीचे उतरने लगे —एक