महाशक्ति - 37

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महाशक्ति – एपिसोड 37"स्वर की शक्ति और आत्मा की गूँज"--- भूमिकाजहाँ शब्द समाप्त हो जाते हैं, वहाँ से स्वर आरंभ होता है।अब जब अर्जुन, अनाया और ओजस नागलोक की चेतना पार कर चुके हैं,अगली यात्रा है — गंधर्व लोक की ओर —जहाँ संगीत, स्वर और आत्मा की तरंगें ही अस्त्र बनती हैं।पर क्या छाया की मौन शक्ति, इस लोक को पहले ही विषाक्त कर चुकी है?---️ यात्रा का आरंभ – मलय पर्वत की ओरगुरुजी ने बताया कि गंधर्व लोक तक पहुँचने का मार्ग मलय पर्वत से होकर जाता है,जहाँ हवा में संगीत तैरता है, और पत्थर भी स्वरलहरियों पर