अब तक...रागिनी को अपनी दादी की संदूक से एक पुराना नक्शा और पत्र मिला, जिसमें हवेली के अंदर छिपे रहस्य की बात थी। वह जिज्ञासा से हवेली पहुँचती है, और वहाँ दीवार पर बने अजीब चित्रों के बीच उसे एक गुप्त दरवाज़ा दिखाई देता है — जिस पर सिर्फ एक शब्द लिखा है: "सत्य"। जैसे ही वह उसे छूती है, उसकी टॉर्च बंद हो जाती है… और कोई उसका कंधा छूता है...अब आगे .....अंधेरे में उसका दिल ज़ोर-ज़ोर से धड़क रहा था। कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था, बस वही बांसुरी जैसी आवाज़, जो अब और नज़दीक से सुनाई