इश्क़ बेनाम - 20

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20 देह और आत्मा का संवाद कईएक दिन और बीत चुके थे। मंजीत और राघवी की मुलाकातें अब नियमित हो चली थीं। दोनों पर्यावरण संरक्षण और शिक्षा के लिए सामुदायिक परियोजनाओं में एक साथ काम कर रहे थे। इन मुलाकातों ने उनके बीच एक अनोखे रिश्ते को जन्म दे दिया था, कि न तो यह वह पुराना प्रेम था, जो कभी उनके दिलों को बाँधे हुए था, न ही यह पूर्ण वैराग्य था, जो राघवी ने साध्वी बनकर अपनाया था। यह एक नया बंधन था, जो देह और आत्मा के बीच की महीन रेखा को समझने की कोशिश कर रहा