इश्क़ बेनाम - 7

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07 आपदा में अवसर सहालग लगते ही रमा की शादी की तैयारियाँ शुरू हो गईं। घर में एक नई चहल-पहल थी, जो पिछले दिनों के तनाव को धीरे-धीरे मिटा रही थी। रागिनी और मंजीत ने अपने रिश्ते को थोड़ा पीछे रखकर परिवार की खुशी को जो प्राथमिकता दी थी उसने माँ-बाप और बहन का दिल जीत लिया था। रागिनी ने अपनी बड़ी बहन के लिए साड़ियाँ चुनने से लेकर मेहमानों की लिस्ट बनाने तक हर काम में हाथ बँटाया। मंजीत भी जब समय मिलता, रागिनी के घर आकर छोटे-मोटे कामों में मदद करता। मैरिज गार्डन, कैटरिंग बुकिंग जैसे बड़े काम