"कभी-कभी, कुछ आवाज़ें सिर्फ कानों में नहीं गूंजतीं... वे आत्मा को झकझोर देती हैं। रात के सन्नाटे में जब एक मां की कराहती पुकार सुनाई दे—'मेरे बच्चों को लौटा दो...'—तो समझ लेना, वो इंसानी नहीं... लूना आ चुकी है।"साल 2024, मेक्सिको के एक पुराने गांव San Esperanza में रहने वाली मारिया एक युवती थी जो पुरानी हवेली "Casa De Luna" में रिसर्च के लिए आई थी। उसके शोध का विषय था – लोककथाओं में दबी सच्चाईयां।गांववालों ने उसे चेताया:"उस हवेली से दूर रहना… वो लूना का ठिकाना है। जो वहां गई, कभी लौट कर नहीं आई।"लेकिन विज्ञान की विद्यार्थी मारिया ने