दो दिलों का सफर

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दो दिलों का सफर   दो दिलों की मुलाकात (एक तस्वीर, एक कहानी, और दो दिल...)पुराने पहाड़ी शहर की बारिश भरी एक सुबह थी। कोहरे में ढकी गलियों में सन्नाटा पसरा था, और हल्की-हल्की बारिश किसी कविता की तरह गिर रही थी। एक पुरानी-सी कॉफी शॉप की खिड़की के पास बैठा था अर्जुन — एक पेशेवर फोटोग्राफर, जो हर दृश्य को एक कहानी की तरह देखता था। उसका कैमरा सिर्फ तस्वीरें नहीं, एहसास पकड़ता था।उसी कॉफी शॉप में दाखिल हुई आर्या — एक साधारण-सी लड़की, अपनी डायरी लिए, अपने शब्दों की दुनिया में खोई हुई। वो अक्सर यहां आकर