MUZE जब तू मेरी कहानी बन गई - 9

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Chapter 9 : जब अतीत लौट आया  मुंबई की सड़कों पर हल्की ठंड थी, लेकिन आरव के दिल में एक अजीब सी गर्मी थी  —  शायद बेचैनी की। रणविजय के नाम ने जो तूफ़ान उठाया था , वो अब भी उसके ज़हन में गूंज रहा था काव्या हालांकि सामान्य दिख रही थी , लेकिन आरव जानता था कि कुछ तो था जो उसके चेहरे की मुस्कान से मेल नहीं खा रहा था। उस रात , जब दोनों अपनी स्क्रिप्ट के दूसरे एपिसोड पर काम कर रहे थे , काव्या का फोन फिर बजा  —  रणविजय फिर कॉल कर रहा था