IIT Roorkee (अजब प्रेम की गज़ब कहानी) - 7

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 “प्यार अब भी है…. बस शक्ल बदल गई है”(जब एक बच्ची ने मुझसे पूछा -- क्या श्रिनिका दीदी भगवान बन गईं?)"कुछ लोग मरकर नहीं जाते,वो हवा बनकर सांसों में बस जाते हैं""वो हमेशा साथ तो नहीं रहते,कुछ लोग उनकी यादों में जी जाते हैं"स्थान--Shrinika Smiles NGO -- बच्चों का कमरा, दीवारों पर रंग-बिरंगे चित्र, कोने में श्रिनिका की तस्वीर, और सामने बैठी थी एक नन्ही बच्ची -- “मायरा”।उस दिन मैं बस एक विज़िट पर आया था।बच्चों को कहानियाँ सुना रहा था -- वही जो मैं और श्रिनिका मिलकर सुनाया करते थे।अचानक, मायरा ने मेरी उंगली पकड़कर पूछा --"भईया, वो जो