मेरे नाम अद्विका है, मैं एक ट्रैवल ब्लॉगर हूँ। दुनिया के कई कोनों में घूमी, लेकिन ऐसी रहस्यमयी यात्रा कभी नहीं की थी।एक शाम मुझे एक काले लिफाफे में एक पत्र मिला —"यदि तुम सच में यात्रा करना चाहती हो, तो GPS मत खोलना... नीले द्वीप तक पहुँचने के लिए बस अपनी अंतरात्मा की दिशा पकड़ो।"पत्र में एक अजीब-सा नक्शा बना था, जिसमें भारत के दक्षिणी छोर से एक रेखा समुद्र के बीचों-बीच जाती थी — किसी अनदेखे, अनसुने ‘नीले द्वीप’ की ओर।भाग 2: समुद्र की पुकारमैंने बिना किसी तकनीकी सहायता के यात्रा शुरू की। कन्याकुमारी पहुँचकर मैंने एक पुरानी