अध्याय 1 – “पहला दरवाज़ा”(New Home... A Soul Not Gone)"नई ज़िंदगी, नया शहर, नया घर… और शायद कुछ नया डर भी।"शिवानी ने खिड़की से बाहर देखा। पहाड़ियों के पीछे सूरज ढल रहा था, और हवाओं में किसी अजनबी की खुशबू घुली हुई थी।"Finally, हमारी जिंदगी की नई शुरुआत!" समर ने मुस्कुराकर कहा, जब उन्होंने फ्लैट का दरवाज़ा खोला।यह बिल्डिंग शहर से थोड़ी दूर थी। नई बनी थी, लेकिन पूरे फ्लोर पर सिर्फ़ 2 परिवार रहते थे।"Shivani, unpacking शुरू करो। मैं नीचे से सामान ले आता हूँ," समर ने कहा और बाहर चला गया।--- शाम 6:30 बजेशिवानी ने जैसे ही