श्री बप्पा रावल - 12 - हरित ऋषि से भेंट

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एकादशम अध्याय हरित ऋषि से भेंटचित्तौड़ के महल के प्रांगण में चहलकदमी करते मेवाड़ नरेश मानमोरी बड़ी व्यग्रता से सूचना की प्रतीक्षा में थे। मंत्री जलसंघ भी उनके साथ खड़े थे, तभी एक सैनिक दौड़ता हुआ उनकी ओर आया। उसे व्यथित देख मानमोरी के मुख पर मुस्कान आ गयी, “कोई विशेष सूचना?” “नागदा नरेश नागादित्य और उनकी पत्नी मृणालिनी की भीलों द्वारा हत्या कर दी गयी, महाराज।” “मृणालिनी की मृत्यु? ये कैसे सम्भव है?” मानमोरी अचम्भित रह गये। तभी जलसंघ ने मानमोरी के कंधे पर हाथ रख उसे सावधान किया कि कहीं वो आवेश में आकर उस सैनिक के समक्ष अपने रचे षड्यन्त्र