अष्टम अध्यायभीलों की समस्याएक मास के भीतर ही शुभ महूर्त देखकर गुहिलवंशी नागादित्य और राजकुमारी मृणालिनी का विवाह सम्पन्न हुआ। विवाह के कुछ दिनों के उपरान्त वो मेवाड़ी सेना की एक छोटी टुकड़ी लिए नागदा में आये। नागदा की सीमा में प्रवेश करते ही राजपथ पर उन पर पुष्प वर्षा आरम्भ हुई किन्तु नागादित्य को ये देख बड़ा आश्चर्य हुआ कि अधिकतर प्रजाजनों के मुख पर प्रसन्नता की कोई भावना नहीं दिखाई दे रही थी। मृणालिनी को भी शीघ्र ही प्रसन्नता का स्वांग करते सामान्य जनों के मन में दबे क्रोध का आभास हो गया। नागादित्य ने अपनी भार्या को