खोया हुआ गाँव

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मेरा नाम अनन्या है। मैं एक ट्रैवल ब्लॉगर हूँ। देश-विदेश घूमना, नई जगहें खोजना मेरा जूनून है। लेकिन जो अनुभव मुझे उत्तराखंड की एक गुमनाम यात्रा में मिला, वो मैंने न कभी लिखा, न कभी बताया। आज पहली बार तुमसे बाँट रही हूँ – एक "खोए हुए गाँव" की कहानी।भाग 1: रहस्यमय नक्शादेहरादून के एक पुराने कबाड़ी बाज़ार में, मुझे एक फटी-पुरानी किताब मिली – "हिमालय के भूले-बिसरे गाँव"। उसके भीतर एक हाथ से बना नक्शा रखा था। उस नक्शे पर एक जगह का नाम लिखा था – "निनगाल" – जो किसी भी आधुनिक नक्शे में नहीं मिलता। किताब में