सब अपने-अपने ऑफिस पहुंच चुके थे।रात्रि घर लौटी तो उसके चेहरे पर थकान के साथ-साथ वो डर और उलझन भी थी, जो उस रात की घटना ने उसके मन में भर दी थी।मेघा (मुस्कुराकर, प्यार से): “आ गई मेरी बच्ची... बहुत थक गई होगी न?”रात्रि (भीगी आंखों से): “I missed you, Maa...”इतना कहकर वो सीधा अपने कमरे में चली गई। दरवाजा बंद किया और बिस्तर पर लेटते ही वही कुएं वाली जगह, वो साया, और अगस्त्य की आंखें... सब कुछ आंखों के सामने घूम गया।दूसरी तरफ एवी भी अपने घर पहुंचा, लेकिन उसका चेहरा पहले जैसा शांत नहीं था। एक