अलौकिक दीपक - 3

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अलौकिक दीपकभाग 1: रहस्यमयी भेटबाबा के देहांत के बाद, आरव को उनका पुराना लकड़ी का संदूक मिला। उसमें से पुरानी किताबें, माला और एक पीतल का पुराना दीपक निकला। वह दीपक कुछ अलग ही चमक रहा था, मानो खुद कोई ऊर्जा उत्सर्जित कर रहा हो।उस दीपक के साथ एक चिठ्ठी भी थी —"यह दीपक साधारण नहीं है, आरव। जब अंधेरा सब कुछ निगलने लगे, तब इसे जलाना... पर याद रखना, इसका उजाला सिर्फ उन्हें दिखेगा जो सच्चे हैं।"आरव को यह सब बस बाबा की किसी धार्मिक भावना का प्रतीक लगा। पर रात को, जब बिजली चली गई और घर