अदिति कहाँ है..?अब आगे..........आदित्य को बेहोश देखकर तक्ष के चेहरे पर हंसी आ जाती है लेकिन उसकी हंसी थोड़ी ही देर की थी.... अचानक मैंन डोर रिंग होता है और बबिता जल्दी से दरवाजा खोल देती है.... अचानक बबिता के ऐसा करने से तक्ष कन्फ्यूजन में हो जाता है लेकिन तभी विवेक और इशान को देखकर घूरते हुए बबिता को देखता है....तक्ष आंखों में आंसू लाकर अपना ड्रामा शुरू करता है....अदिति (तक्ष) : विवेक ....भाई...आप .... देखिए न भैय्या को अचानक क्या हो गया (रोने लगती है)....आदित्य को फर्श बेहोश देखकर दोनों घबरा जाते हैं....इशान आदित्य को उठाने की कोशिश