अनकही…फिर भी हमारी थी

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भाग 1: पहली झलक – एक स्क्रीन के पारपाली की गर्मियों वाली दोपहर थी।AC की ठंडी हवा के बीच, अंकित अपने कमरे में लेटा हुआ मोबाइल में इंस्टाग्राम स्क्रॉल कर रहा था।वो लड़का जिसे सब "संजीदा", "शांत" और "दिल से थोड़ा अलग" कहते थे…उसे न तो हर दिन नई reels पसंद आती थीं,न लड़कियों की स्टोरीज़,लेकिन उस दिन...एक चेहरा उसके स्क्रीन पर ठहर गया।अनाया।नाम नया था, चेहरा और भी नया।काले सूट में एक फोटो थी — बिल्कुल सिंपल, लेकिन आँखों में कुछ था...कुछ मासूम, और कुछ अजीब जिद्दी-सा।अंकित ने सोचा, "बस एक और लड़की होगी। छोड़ यार।"लेकिन उँगलियाँ वहीं