श्री बप्पा रावल - 6 - महाशिवरात्रि उत्सव

पंचम अध्यायमहाशिवरात्रि उत्सवमुहम्मद बिन कासिम सिंध को जीतने के अभियान पर निकल पड़ा। दस तालुकदारों ने सिंध के महाराज दाहिरसेन को सुल्तान अलहजाज का संदेश देते हुए सिंध से अपनी सारी सैनिक चौकियाँ हटा लीं। सिंध के नगर अलोर की घेराबंदी भी हटा ली गयी। साथ ही योजना के अनुसार सारे तालुकदारों को देबल के सूबेदार ज्ञानबुद्ध ने अपने नगर में छुपा लिया। पंद्रह हजार अरब सेना अलग-अलग टुकड़ियों में बँटकर सौदागर बनकर भारतवर्ष के कोने-कोने में फैलने लगी थी। वहीं मुहम्मद बिन कासिम भेष बदल बदलकर छुपते छुपाते भारतवर्ष में फैले अपने सारे सौदागर टुकड़ियों से मिलता रहा। धीरे-धीरे