Super Villain Series - Part 11

Super Hero Series – Part 11: रक्त की पुकाररात के तीसरे पहर, अर्णव ध्यान में बैठा था। उसकी साँसें गहरी थीं लेकिन मन अशांत। शरीर पसीने से भीगा हुआ, और आँखों में डर नहीं, बस सवाल थे।अचानक…उसके कानों में एक धीमी आवाज़ गूँजी।“अर्णव…”वो आवाज़ किसी इंसान की नहीं थी। ना गुस्से से भरी थी, ना करुणा से — बल्कि... जैसे लहू खुद बोल रहा हो। वो आवाज़ उसके भीतर से आई थी, उसके दिल से नहीं, रक्त से।अर्णव चौंका — उसकी रगें जलने लगीं, और उसके शरीर पर लाल रेखाएँ उभरने लगीं। वो रेखाएँ कोई सामान्य नसें नहीं थीं… वे