कभी यादों में आओ ️ ( मुक्ति ) ( प्रोलोग )-------------------कभी यादों में आओकभी ख्वाबों में आओतेरी पलकों के सायेमें आकर झिलमिलाऊंमैं वो खुशबू नहीं जो हवा में खो जाओ....ये गाना कार में तेज आवाज में बज रहा था । और वो कार पेड़ से लड़कर खड़ी थी । बोनट खुल चुका था और उसमें से धुएं निकल रहे थे । ड्राइविंग सीट पर बैठी औरत दर्द से चिल्ला रही थी । उसने अपना पेट पकड़ हुआ था जो कि काफी मोटा था । शायद वो लड़की मां