दिल ने जिसे चाहा - 13

[अस्पताल की लंबी गलियारे में मयूर सर और रुशाली साथ-साथ कैबिन की ओर बढ़ रहे हैं…]रुशाली के दिल में आज कुछ कह देने की हल्की सी चाहत थी। शायद एक भरोसा बनने लगा था… या यूं कहो कि कोई एहसास, जो अब शब्द मांग रहा था।रुशाली (धीरे से मुस्कुराते हुए):"सर, मुझे आपके बारे में और भी कुछ पता है…"मयूर सर (आश्चर्य से):"अच्छा! क्या पता है भला? बताओ ज़रा…"रुशाली (शरारत भरी मुस्कान के साथ):"आपके इंटरव्यू में देखा… आप एक साधारण किसान परिवार से आते हैं,कैसे आपने इंटर्नशिप के साथ आगे की पढ़ाई के लिए तैयारी की…कितनी मेहनत, कितने संघर्ष… सच में