स्वयंवधू - 56

इसमें धुम्रपान और शराब का सेवन है। लेखक इसे प्रोत्साहित नहीं करता। साथ ही, इसमें हिंसा, खून-खराबा और कुछ जबरन संबंध भी शामिल हैं। पाठकगण कृपया विवेक से पढ़ें।अपराध स्वीकार है- नर्स दिशाराहुल, कान्हा को, अपने जिगर के टुकड़े को देखने और चुप कराने के लिए वृषाली को खून से लथपथ छोड़कर भागा।राहुल बहुत देर तक उसे चुप कराने की कोशिश कर रहा था पर उसकी नन्हीं आवाज़ रो-रोकर रूखी होती जा रही थी।कुछ और देर रुकने के बाद वृषाली ने अपनी आँखें खोलीं और धीरे से उठकर बैठ गयी।वह पत्ते की तरह काँप रही थी।लेकिन उसकी करुण क्रंदन की आवाज़ें