बस एक बार और...

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Title: बस एक बार और...️ Author: InkImagination---"मैं कोई लेखिका नहीं हूँ… बस उस अधूरी कहानी को सुना रही हूँ, जो कभी मेरी ज़िंदगी में आई और फिर बिना कुछ कहे चली गई।कुछ लोग वक़्त बनकर आते हैं… और याद बनकर रह जाते हैं। ये कहानी वैसी ही एक याद की है..."---मैंने आज फिर उसे देखा।वही मुस्कान… वही निगाहें… बस फर्क इतना था कि अब वो किसी और के साथ था।कहते हैं कि वक़्त सब कुछ बदल देता है। लेकिन क्या वक़्त उन लम्हों को भी मिटा देता है जो हमने कभी पूरे दिल से जिए थे?हमारी कहानी वहीं से