पर्यावरण संरक्षण

पर्यावरण ऐसा विषय जिसका संबंध प्रकृति प्राणी प्राण परमेश्वर से है!प्रकृति के प्रमुख दो तत्वों में प्रकृति प्राणी है और प्रकृति प्राणी में जो चैतन्य सत्ता है वहीं परमेश्वर का सत्यार्थ है!स्पष्ट है कि प्रकृति प्राणी इनकी चैतन्य सत्ता परमेश्वर के मध्य सामंजस्य होना ही इनके कल्याण उद्भव उत्कर्ष एवं उत्थान उद्धार के लिए जिम्मेदार है!ज़ब प्रकृति प्राणी कि चैतन्य सत्ता परमेश्वर सत्यार्थ अपने निहित स्वार्थ भोग विलास कि संस्कृति का भरण पोषण करने लगता है तब वह परमेश्वर सत्यार्थ न रहकर परमार्थ के सांयमित संतुलित सिद्धांत को त्याग देता है और निर्लज्ज निरंकुश हो दानवीय हो जाता है यही सत्य