फोकटिया - 1

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वो जो दोस्त थाराजीव की ज़िंदगी में कोई बड़ी बात नहीं थी। वह न कोई बड़ा बिज़नेसमैन था, न सेलिब्रिटी, और न ही किसी खास खानदान से ताल्लुक रखता था। लेकिन फिर भी, उसमें कुछ खास था—वो अपने लोगों के लिए हमेशा खड़ा रहने वाला इंसान था।आज की दुनिया में, जहां रिश्ते मतलब से जुड़ते हैं, राजीव उन पुराने किस्म के लोगों में से था, जो दोस्ती को निभाने का हुनर रखते हैं। राजीव दिल्ली की एक सरकारी नौकरी में कार्यरत था—ठीक-ठाक सैलरी, एक टू-व्हीलर, और जनकपुरी के पास एक छोटा सा किराए का फ्लैट।दिनभर ऑफिस, ट्रैफिक, और वही रोज़मर्रा