### **मेरी जान**शाम के 6 बजे थे। दिल्ली की गलियों में ठंडी हवा चल रही थी, और सूरज ढलने की तैयारी में था। रोहन अपनी काली SUV को तेज़ी से पार्किंग में लगाकर घर की ओर भागा। उसके चेहरे पर एक अजीब सी बेचैनी थी। आज उसने ऑफिस में बॉस से डांट खाई थी, और मन में बस एक ही ख्याल था—अंजलि, उसकी प्यारी पत्नी, उसकी "मेरी जान"। वो जानता था कि अंजलि की एक मुस्कान और उसकी प्यार भरी डांट ही उसे सारी टेंशन से आज़ाद कर सकती थी।रोहन और अंजलि की शादी को 5 साल हो चुके थे।